
उत्तराखंड राज्य में अभी भी ऐसे कई गांव है जहां विकास के नाम पर कोई भी कार्य नहीं हुआ है। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़के न बनने के कारण ग्रामीण डोली से बीमार लोगों को अस्पताल तक पहुंचाते हैं। बागेश्वर के 250 की आबादी वाला बीथी गांव सड़क और संचार सुविधा से वंचित है। गांव के लिए ननिर्माणाधीन दूणी – सुकंडा सड़क गांव से 5 किलोमीटर पहले तक ही बन सकी है और लोगों को पैदल चलकर गांव पहुंचना पड़ता है विकास के दावे तो किया जा रहे हैं मगर विकास नजर नहीं आ रहा है सड़क बनाने का आश्वासन तो दिया गया लेकिन सड़क बनी हुई नजर नहीं आ रही है और गांव के लोगों को को अस्पताल पहुंचाने के लिए भी डोली का सहारा लेना पड़ रहा है। कपकोट के बीथी गांव का यही हाल है। वहां एक महिला के बीमार पड़ने पर उसे ग्रामीण 5 किलोमीटर दूर तक डोली की मदद से ले गए महिला का सीएचसी में उपचार चल रहा है और ग्रामीण भी वहां के विकास से काफी निराश है।


