
उत्तराखंड राज्य के बागेश्वर जिले के साथ-साथ कुमाऊं के अन्य जिलों में भी दोपहर बाद मौसम ने करवट बदली और शाम को झमाझम बारिश हुई। वहीं बागेश्वर में भारी ओलावृष्टि भी हुई जिसके कारण फल- सब्जी के उत्पादन को बड़ा झटका लगा है। यहां पर बारिश और ओलावृष्टि से गर्मी से तो राहत मिली है मगर वही जंगलों में चीड़ के पेड़ गिरने की संभावना बनी हुई है तथा फल सब्जी को भी काफी नुकसान पहुंचा है। शनिवार की सुबह आसमान साफ रहा मगर दोपहर बाद आसमान में बादल आने शुरू हुए और तेज हवाएं चलने लगी बिजली गरजने के साथ ही बागेश्वर के कांडा क्षेत्र में ओलावृष्टि भी हो रही थी। एक घंटे तक क्षेत्र के 50 गांवों में ओलावृष्टि हुई जिससे सब्जी और फल उत्पादन को बड़ा झटका लगा है। प्रगतिशील किसानों का कहना है कि उन्होंने खेतों में कद्दू, शिमला मिर्ची, लौकी, भिंडी, टमाटर आदि के पौधे लगाए हैं ओलो ने उन्हें एक ही घंटे में नष्ट कर दिया है इसके अलावा आडू, लीची आदि फलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। किसानों का कहना है कि पहले भी दो बार उनके क्षेत्र में ओलावृष्टि हुई जिससे रबी की फसल को नुकसान हुआ था इस बार फल और सब्जी उत्पादन को भारी नुकसान हुआ है सरकार भी उसी किसान को मुआवजा दे रही है जिसने फसल बीमा कराया है। गरीब किसानों की कोई सुनवाई नहीं है। इस दौरान किसानों को काफी नुकसान पहुंचा है।
