बागेश्वर । जिलाधिकारी आशीष भटगई ने गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा की। स्वास्थ्य विभाग द्वारा गलत आंकड़े प्रस्तुत करने पर जिलाधिकारी ने कड़ी फटकार लगायी। आम जनता को मिलने वाली सुविधाओं,टीकाकरण,गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण,जननी सुरक्षा योजना,संस्थागत प्रसव में अपेक्षित प्रगति नही होने पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए स्वास्थ्य महकमें के जिम्मेदार अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर एक सप्ताह के भीतर सुधार लाने की सख्त हिदायत दी।
कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए तत्परता से कार्य करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए। प्रसव के बाद महिला को जननी सुरक्षा योजना का लाभ तत्काल दिया जाए। संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए गांव-गांव में गर्भवती महिलाओं को जागरूक किया जाए। जिलाधिकारी ने एक सप्ताह के भीतर सभी इंडिकेटर में अपेक्षित प्रगति लाने के निर्देश दिए। ऐसा नहीं करने पर सम्बंधित की जिम्मेदारी तय कर कार्यवाही करने की हिदायत दी गई। ओपीडी के आंकड़े गलत प्रस्तुत करने पर जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों एवं प्रभारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए आंकड़ो में सुधार लाने के निर्देश दिए तथा गलत आकंड़े देने पर सभी को सख्त हिदायत दी गई।बैठक में जिलाधिकारी ने टीबी मुक्त भारत अभियान,एनएचएम आदि कार्यक्रमों एवं योजनाओं की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के जिला योजना के तहत निर्माणधीन कार्यों की भी समीक्षा की। जिलाधिकारी ने कार्यों में गुणवत्ता, समयबद्धता और पारदर्शिता से काम करने के सख्त निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्माणाधीन कार्य स्थल पर नागरिक सूचना पट्ट अनिवार्य रूप से लगाने के निर्देश दिए।
बैठक में सीडीओ आरसी तिवारी,डॉ कुमार आदित्य तिवारी,जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी देवेंद्र सिंह रावत,डॉ गिरिजा शंकर जोशी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।