
उत्तराखंड राज्य के बागेश्वर जिले में ईश्वरी लाल साह एक ऐसा नाम उभरकर सामने आया है जिसे सुनकर हम यह मानने को मजबूर हो जाएंगे कि आज के समय में भी दरियादिली और इंसानियत के बड़े उदाहरण जिंदा है। गरीबी के कारण खुद नहीं पढ़ सके ईश्वरी लाल साह के अंदर बच्चों को पढ़ाने का ऐसा जुनून है कि उन्होंने अपनी जमीन बेचकर जूनियर हाई स्कूल करूली को ढाई लाख रुपए दान में दिए हैं और इंटरनेट मीडिया में भी उनकी काफी चर्चा हो रही है। ईश्वरी लाल साह भेड़- बकरियां पालकर और मेहनत मजदूरी करके अपना परिवार चलाते है और कोई सोच भी नहीं सकता कि उन्होंने अपनी जमीन बेचकर स्कूल को दान में धनराशि दी है। उनके दान में दी हुई धनराशि से स्कूल की चारदीवारी और खेल का मैदान बन सकेगा। उनकी बेटी भी इसी विद्यालय में सातवीं कक्षा में पढ़ती है। ईश्वरी लाल शाह द्वारा बताया गया है कि वह गरीबी के कारण बचपन में पढ़ नहीं पाए मगर अब बच्चों को पढ़ता देख उन्हें काफी खुशी मिलती हैं और उनका कहना है कि बच्चों को सभी सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए। विद्यालय में खेल के मैदान ऊबड़ – खाबड़ है जिसमें बच्चे खेलते हैं उन्हें ठीक से बनवाया जाना चाहिए। बता दें कि स्कूल में चल रहे विकास कार्यों को पूरा करने की जिम्मेदारी ईश्वरी लाल शाह को दी गई है ताकि धनराशि का सदुपयोग हो सके।
