देहरादून। धामी सरकार ने अंकिता मर्डर केस में कल बड़ा फैसला लेते हुए हत्यारोपी पुलकित के रिसोर्ट पर बुलडोजर से ध्वस्तीकरण करने की कार्यवाही की जिस पर कांग्रेसी नेता और कपकोट के पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण ने सवाल खड़े किए हैं| उन्होंने कहा है कि, खबर है कि जिस रिजार्ट में बहन अंकिता कार्य करती थी, उस पर बुलडोजर चलाया गया… कुछ पत्रकार इसे इंसाफ बताते हुए, सरकार की तारीफ के पुल बना रहे हैं… जिस जिम्मेदार अधिकारी ने बुलडोजर चलाने का आदेश दिया, उसे सबूत नष्ट करने के प्रयास मे पूछताछ की जानी चाहिए… क्रिमिनल इंवेस्टिगेशन का बुनियादी नियम है कि जहाँ मृतक और अपराधी अंतिम बार एक साथ दिखाई दिये गये थे, उस स्थान पर फॉरेंसिक सबूत मिलने की प्रबल संभावना होती है| ऐसे स्थान को सील किया जाता है, नष्ट नहीं| जिस स्थान -कमरे में अंतिम बार जिंदा देखी गयी थी, वहाँ बुलडोजर चलाया गया…. और उम्मीद है न्याय की?
One thought on “अंकिता मर्डर केस :- कपकोट के पूर्व विधायक ने बुलडोजर कार्यवाही पर खड़े किए सवाल”
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The local government may carry out such activities of demolution to make peace in the area. A corner of the resort demolished by local govt. Authority so that the agitation done by groups may diluted. One major portion of the resort build in government land and that’s why the local govt. did so?
Now how can this Ex MLA saying so , it is beyond understand? The police already covered the area for collection of evidences.