
सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा के योग विज्ञान विभाग ने एक बार फिर अपनी उत्कृष्ट कार्यशैली और अकादमिक समर्पण का लोहा मनवाया है। विभाग के दो मेधावी विद्यार्थियों दीपक सिंह (काकड़ीघाट) और प्रमोद सिंह (स्याल्दे) ने यूजीसी-नेट (राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा) में सफलता प्राप्त कर सहायक प्रोफेसर बनने की पात्रता अर्जित की है। यह उपलब्धि केवल उनके व्यक्तिगत परिश्रम की ही नहीं, बल्कि योग विज्ञान विभाग की सतत गुणवत्ता और मार्गदर्शन क्षमता की भी पहचान है।
दोनों ही छात्र सामान्य किसान परिवार से आते हैं। दीपक और प्रमोद ने बताया कि उनके पिता किसान हैं और माता गृहिणी। माता-पिता ने कठिन परिश्रम और खेती-बाड़ी कर उन्हें पढ़ाया-लिखाया और इस योग्य बनाया कि वे आज राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा, “हमारे माता-पिता का यह त्याग और समर्पण जीवनभर हमें प्रेरित करता रहेगा।”
मार्गदर्शक बना योग विभाग
दीपक और प्रमोद ने अपने इस सफर का श्रेय योग विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. नवीन भट्ट और पूरे शिक्षकीय स्टाफ को दिया। उन्होंने कहा कि विभाग में प्रवेश लेने के साथ ही उन्हें हर स्तर पर उचित मार्गदर्शन और नियमित तैयारी का माहौल मिला। डॉ. नवीन भट्ट ने विशेष रूप से सभी छात्र छात्राओं को यूजीसी-नेट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए लगातार प्रोत्साहित करते रहते हैं ,जिससे विद्यार्थियों को सुनियोजित तैयारी का लाभ मिलता है।
डॉ. नवीन भट्ट (विभागाध्यक्ष, योग विज्ञान विभाग) ने इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा,
“हमारा लक्ष्य सिर्फ डिग्री प्रदान करना नहीं, बल्कि विद्यार्थियों को रोजगार योग्य, आत्मनिर्भर और राष्ट्र के लिए उपयोगी बनाना है। दीपक और प्रमोद की सफलता पूरे विभाग के लिए गर्व का क्षण है।”
डॉ. गिरीश अधिकारी ने कहा,
“यह सफलता दर्शाती है कि ग्रामीण परिवेश से आने वाले छात्र भी अगर सही दिशा में परिश्रम करें और उन्हें मार्गदर्शन मिले तो वे भी राष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम रोशन कर सकते हैं।”
डॉ. रजनीश जोशी ने कहा,
“योग विज्ञान विभाग न केवल अकादमिक उत्कृष्टता बल्कि सामाजिक सेवा में भी अग्रणी रहा है। इस तरह की उपलब्धियां छात्रों में नई ऊर्जा भरती हैं।”
लल्लन कुमार सिंह (योग शिक्षक) ने कहा,
“योग विभाग का प्रत्येक शिक्षक विद्यार्थियों को उनके लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
समाजसेवा और नवाचार का केंद्र बना विभाग
योग विज्ञान विभाग ने अपने स्थापना काल से ही न केवल शिक्षण बल्कि समाजसेवी कार्यों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विभाग द्वारा निशुल्क योग शिविर, रक्तदान शिविर, जन-जागरूकता अभियान, स्वच्छता अभियान, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर की योग प्रतियोगिताओं के लिए प्रशिक्षण, तथा यूजीसी नेट की विशेष कक्षाएं जैसी गतिविधियाँ निरंतर आयोजित की जाती रही हैं। यही कारण है कि विभाग के छात्र हर वर्ष राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा में सफलता प्राप्त कर रहे हैं और नॉर्थ-जोन एवं ऑल इंडिया स्तर की योग प्रतियोगिताओं में जिले और राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं।
भविष्य के लिए प्रेरणा
दीपक और प्रमोद की यह सफलता उन सभी विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा है जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़े सपने देख रहे हैं। यह प्रमाण है कि यदि ईमानदारी से प्रयास किए जाएं और उचित मार्गदर्शन मिले तो कोई भी बाधा सफलता की राह में आड़े नहीं आ सकती।
योग विज्ञान विभाग के शिक्षक, कर्मचारी , शोधार्थीयों डॉ नवीन भट्ट , डॉक्टर गिरीश अधिकारी, डॉक्टर रजनीश जोशी, लल्लन कुमार सिंह, सीताराम कश्यप, रॉबिन हिमानी, हेमलता अवस्थी आदि ने छात्रों को बधाई दी।
