
अल्मोड़ा| अल्मोड़ा में दिनोंदिन बंदरों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है| बंदरों ने ऐसा आतंक मचाया है कि लोगों की समस्या बढ़ती ही जा रही है घर से निकलना तक लोगों का मुश्किल हो चुका है| लेकिन अब उम्मीद जताई जा रही है कि इस समस्या से जल्द ही निजात मिलने वाला है| इसके लिए अल्मोड़ा पालिका कार्यालय में वन विभाग, पशु चिकित्सा विभाग और पालिका के अधिकारियों की संयुक्त बैठक हुई जिसमें तय हुआ कि बंदरों के आतंक से निजात दिलाने के लिए शोध एजेंसियों से संपर्क किया जाएगा| पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि बंदर वन विभाग की संपत्ति है| पालिका अभियान चलाते आई है, इसके बावजूद भी वन विभाग की ओर से बंदरों को पकड़ने में खर्च की गई धनराशि अब तक नहीं मिल पाई है| उन्होंने कहा कि पालिका की ओर से बंदर पकड़ने में जो खर्च किया जाएगा| उसकी प्रतिपूर्ति वन विभाग जिला प्रशासन को करना होगा| पशु क्रूरता अभियान 1960 के प्रावधान के तहत बंदरों के खाने-पीने व उनको छोड़ने की व्यवस्था वन विभाग करेगा| इसके अलावा बताते चलें कि आगामी 4 अप्रैल से अल्मोड़ा नगर में बंदरों को पकड़ने के लिए पालिका अभियान चलाएगी| बंदरों को पकड़ कर रेस्क्यू सेंटर एनटीडी छोड़ा जाएगा, जहां पशु चिकित्सक बंदरों का बाध्याकरण करेंगे| वर्तमान में डॉ. योगेश शर्मा धौलादेवी ब्लॉक में कार्यरत हैं यह कार्य उन्हीं के ओर से किया जाता है|
