अल्मोड़ा:- नगर क्षेत्र में घूमते नजर आए दो जंगली जानवर…….सामाजिक कार्यकर्ता संजय पांडे ने वन विभाग से करी यह अपील

इन दिनों अल्मोड़ा के शहरी भाग (नगर निगम क्षेत्र) में दो जंगली जानवर घुरड़(हिरन) आबादी क्षेत्र में घूमते नजर आ रहे हैं। लगभग एक साल से जिला कारागार अल्मोड़ा के आस पास ये घुरड़ सुबह शाम,दिन रात को घूम रहे हैं और अब ये लोगो के घरों के आस पास मोहल्ला झिझाड़ , बीएसएनएल टेलीफोन एक्सचेंज के समीप और चर्च में घूम रहे हैं और खेतों से घूमते घूमते घर के दरवाजे के पास और सड़क पर भी आ जा रहे हैं , जिससे इनके खुद की और लोगों की भी जान मॉल का खतरा बना हुआ है।


इस मामले की सूचना सामाजिक कार्यकर्ता संजय पाण्डे और उनके मित्र सामाजिक कार्यकर्ता आशीष जोशी द्वारा करीब एक हफ्ते पहले वन विभाग को मौखिक रूप से अवगत करा दिए जाने पर उनसे सबूत मांगा गया और उनकी बात को ये कह कर खारिज कर दिया गया कि, आपने कुछ और देखा होगा, ये जंगली जानवर आबादी क्षेत्र में नहीं आते। अब आज ही उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को वीडियो बना कर भेजी है जिसमें जानवर साफ साफ दिख रहा है और उनके द्वारा उनसे कार्यवाही करने को बोला गया है। सामाजिक कार्यकर्ता संजय पांडे का कहना है कि जब उनकी बात विभाग से हुई उनका रवैया बहुत ही निराशाजनक प्रतीत हुआ, और उल्टा उनसे ही उल जूलूल सवाल करने लग गए कि , जिला वन अधिकारी का कहना है, कि “यहां नहीं घूमेंगे तो कहां घूमेंगे? क्या आप पशु प्रेमी नहीं हैं? आप क्या चाहते हैं कि हम उनको मार दें?” एक विभागीय और जिम्मेदार अधिकारी का ऐसा कहना कहां तक उचित है ? क्या सरकारी विभाग और अधिकारी ऐसे काम करते है और जनता से ,जो कि एक सामाजिक कार्य कर रहे हैं उनसे ऐसे बात करते हैं क्या? अपनी जिम्मेदारी से ऐसे मुंह मोड़ना कहां तक उचित हैं? सामाजिक कार्यकर्ता संजय पांडे ने कहा कि वन क्षेत्र अधिकारी पूछ रहे हैं कि क्या आपको जानवर अभी भी दिख रहे हैं क्या? हम जब आते हैं तो हमें तो नहीं दिखते। अब जंगली जानवर क्या किसी का इंतजार करेंगे क्या कि जब वन विभाग कर्मी उनको पकड़ने आयेंगे, तो वो खुद उनके पास चल कर आयेंगे? उन्होंने अनुरोध किया है कि इस विषय पर त्वरित कार्यवाही कर इन मासूम जानवरों को इस इलाके से रेस्क्यू कर, उचित जगह पर छोड़ दिया जाए।

Leave a Reply