
अल्मोड़ा में तीन संतानों के कारण 2 ग्राम प्रधान और एक बीडीसी मेंबर को त्यागपत्र देना पड़ा है। बता दें कि जहां एक तरफ आज के समय में कुछ लोग कुर्सी की चाह में सब कुछ करने को तैयार है वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो राजनीति में अन्य लोगों को अपने कार्यों से नैतिकता का पाठ पढ़ा रहे हैं। बता दें कि उत्तराखंड राज्य में पंचायत चुनाव में तीसरी संतान वाले उम्मीदवारों को प्रधान और बीडीसी के लिए अपात्र कर दिया गया था और यही नहीं बल्कि अब प्रधान और बीडीसी चुने जाने के 3 वर्ष बाद भी नए नियम के तहत प्रतिनिधि अपात्र माने जा रहे हैं।इसी के चलते तीसरी संतान पैदा होने पर दो प्रधान और एक बीडीसी सदस्य ने अपना त्यागपत्र दे दिया है और अब इन सभी सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। बता दें कि लमगड़ा ब्लॉक के सोल्टाचापड में 2019 के पंचायती चुनाव में प्रधान निर्वाचित हुए प्रधान की इस वर्ष की तीसरी संतान हुई जिसके तहत उन्होंने 12 अगस्त 2022 को त्याग पत्र दे दिया वहीं दूसरी तरफ स्याल्दे ब्लॉक के लालनगरी में भी निर्वाचित प्रधान की तीसरी संतान होने पर उन्होंने त्यागपत्र दे दिया है और लमगड़ा ब्लॉक के डोल में निर्वाचित हुए बीडीसी सदस्य की तीसरी संतान होने पर उन्होंने त्यागपत्र दिया था। जिसके चलते अब जल्द ही उपचुनाव कराए जाएंगे। बता दें कि नियमों के तहत तीसरी संतान वाले प्रतिनिधि को त्यागपत्र देना जरूरी हैं और तीनों प्रतिनिधियों का त्याग पत्र मिलने के बाद उपचुनाव कराए जा रहे हैं।
