Almora – देश-दुनिया में जिले की बनेगी अलग पहचान, पर्यटन विकास में लगेंगे पंख

स्वदेश दर्शन योजना के तहत कुमाऊ के एकमात्र सूर्य मंदिर आध्यात्मिक गांव के रूप में विकसित होगा| योजना के तहत 13 करोड़ रुपए की लागत से गांव आध्यात्मिक गंतव्य के रूप में विकसित होगा| इससे देश दुनिया में जिले की अलग पहचान बनने के साथ-साथ पर्यटन विकास में भी पंख लगेंगे|


हमेशा से ही पहाड़ों का शांत मौसम और वातावरण पर्यटको को अपनी और आकर्षित करता रहा है| सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा में पर्यटक ही नहीं बड़ी मात्रा में श्रद्धालु भी आते रहते हैं| कटारमल सूर्य मंदिर नगर से करीब 16 किलोमीटर दूर है| यहां बड़ी संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु आते रहते हैं| कोर्णाक के बाद सबसे प्रसिद्ध सूर्य मंदिर के रूप में कटारमल का नाम आता है| सैकड़ों वर्ष पहले कत्यूरी वंश के शासक कटारमल के द्वारा यह मंदिर बनवाया गया था| उत्तर भारत की कत्यूरी वास्तुकृतियों में विशिष्ट स्थान रखने वाली धरोहर को अब आध्यात्मिक गंतव्य के रूप में विकसित किया जाएगा जिसके तहत इस क्षेत्र में कैफे, योग केंद्र और ध्यान केंद्र जैसी सुविधाएं दी जाएंगी| इस काम के लिए पर्यटन विभाग द्वारा प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है| तमाम योजनाएं शुरू होने के साथ-साथ गााँव वालों के लिए रोजगार के अच्छे अवसर भी प्राप्त होंगे|


जिला पर्यटन अधिकारी अल्मोड़ा राहुल चौबे ने कहा कि, कटारमल सूर्य मंदिर को आध्यात्मिक गंतव्य विकसित करने के लिए विभिन्न कार्य किए जाने हैं जिसके लिए विभाग प्रस्ताव तैयार कर रहा है| स्थानीय युवाओं के लिए आध्यात्मिक गांव बननेेेे से पहले ही अपार रोजगार की संभावना है| गांव में 50 होमस्टे बनाए जाएंगे, जो गांव वालों द्वारा संचालित किए जाएंगे| जल्द ही गांव आध्यात्मिक रूप में विकसित होगा जिसके लिए अधिकतर कार्य वहां हो चुके हैं|