अल्मोड़ा। पूर्व में कुमाऊँ विश्वविद्यालय नैनीताल का परिसर रह चुके सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय की शोधार्थी प्रिया श्रीवास्तव जोशी को कुमाऊँ विश्वाविद्यालय द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की गयी। इन्होने अपना शोधकार्य हिन्दी विभाग के डॉo प्रोo जगत सिंह बिष्ट के निर्देशन में किया है।
इनका शोध समकालीन महिला उपन्यासकार नासिरा शर्मा पर आधारित है. अपने शोधग्रन्थ “नासिरा शर्मा के उपन्यासो में सामाजिक -सांस्कृतिक समस्याएँ ” में इन्होने नासिरा शर्मा के उपन्यासो में सामाजिक – सांस्कृतिक समस्याओं का बेहद बारीकी से विश्लेषण किया है जिसमे उन्होंने लेखिका का साक्षात्कार भी लिया। प्रिया श्रीवास्तव जोशी एम. फिल, नेट/ जे आर.एफ उत्तीर्ण है, इसके साथ ही देश – विदेश में उनके कई शोध पत्र छप चुके है। उन्होंने हाल ही में मालदीव और दुबई में भी अपना शोध -पत्र प्रस्तुत किया है। वह कहती है कि जीवन में निरंतर अध्ययनरत रहना ही उनकी सफलता की कुंजी है इसके साथ ही वह अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरुजनो, माता -पिता, सास -ससुर और अपने पति देवेश जोशी और पुत्र एकाक्ष जोशी को देती है जिनके परस्पर सहयोग से ही यह संभव हो पाया। वह कहती है किसी भी शोध -कार्य की सफलता तभी संभव होती है जब उत्तम शोध निर्देशक मिले। मुझे मेरे गाइड डॉoप्रोo जगत सिंह बिष्ट द्वारा उत्कृष्ट निर्देशन मिला वह मेरे आदर्श और प्रेरणास्त्रोत भी है।