
अल्मोड़ा| निबन्ध लेखन प्रतियोगिता मे हर्षिता लोहानी, काजल बिष्ट ,भरत लोहानी क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहें|
हंस फाउंडेशन के द्वारा उत्तराखंड के गढ़वाल ओर कुमाऊ मण्डल के दस विकास खंडो के एक हजार गावों मे वनाग्नि शमन एवं रोकथाम परियोजना का संचालन किया जा रहा है| वनाग्नि रोकथाम हेतु जन जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन वृहद स्तर पर किया जा रहा है| जिसके अंतर्गत मेरा गांव मेरा वन अभियान के तहत पंडित गोवर्धन शर्मा इंटर कालेज ज्योली के छात्र-छात्राओं के साथ निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया| प्रतियोगिता मे स्कूली छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया तथा संदेश दिया की वनो की आग से होने वाले दुष्प्रभावों, जलवायु परिवर्तन ओर प्रकृति को संरक्षित करने को अपने लेख के माध्यम से प्रदर्शित किया|
हंस फाउंडेशन के परियोजना सामन्वयक राजनीश रावत के द्वारा परियोजना के बारे मे विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए वनो के महत्व बताया और वनो के संरक्षण मे सहयोग करने को कहा गया|
प्रधानाचार्य गणेश सिंह रावत ने बताया की वन हमारे लिए जीवनदाय है इसलिए वन की रक्षा हमारे जीवन की प्राथमिकता होनी चाहिए अन्य लोगों को भी जागरूक करने को कहा ।
लेखन प्रतियोगिता के निर्णायक सोनू पाण्डेय, पिंकी पूजा रानी ,हर्षिता पाण्डेय ने विचार रखें|
कार्यक्रम मे वन विभाग के वन बीट अधिकारी हर्षिता पाण्डेय, हंस फाउंडेशन के चंद्रेश पंत, दीपक ओली, शंकर, करन आदि उपस्थित रहे|
