
अल्मोड़ा। एक शिक्षक और विद्यार्थी के जीवन में पुस्तकों का बड़ा ही महत्व है और पुस्तक लेखन की कला भी बड़ी अनोखी कला है। पुस्तकों को पढ़ने से जहां एक तरफ हम लोग ज्ञान अर्जित कर सकते हैं वही दूसरी तरफ उसमें लिखी कविताओं से हमें काफी आनंद मिलता है। रा० बा० इ० कालेज सारकोट में शिक्षा विभाग एवं अजीम प्रेमजी फाउंडेशन द्वारा आयोजित पुस्तक मेले में डॉ० पवनेश ठकुराठी के प्रेम कविता संग्रह ‘बसंत आने से पहले’ का ताकुला के खंड शिक्षाधिकारी विनय कुमार आर्या द्वारा लोकार्पण किया गया।
इस अवसर पर आर्या ने कहा कि शिक्षक पुस्तक पठन-पाठन की संस्कृति को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। पुस्तक के रचनाकार डॉ० पवनेश ने पुस्तक के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि इस पुस्तक में युवा मन की 55 प्रेम कविताएँ संकलित की गई हैं। पुस्तक को रवीना प्रकाशन, दिल्ली ने प्रकाशित किया है।
पुस्तक लोकार्पण में बाल प्रहरी संपादक उदय किरौला, रा० बा० इ० कॉ० सारकोट की प्रधानाचार्य पुष्पा आर्या, लोक प्रबंध विकास संस्था के अध्यक्ष ईश्वर जोशी, अ०उ०रा०इ० का० सलौंज के प्रधानाचार्य चंद्रकांत तिवारी, श्रीराम विद्या मंदिर इ०का० डोटियालगांव के प्रधानाचार्य नवल पंत, भुवन सिराड़ी, एपीएफ के लोकेश, संदीप, विनोद, अंकित जोशी, दिलीप कुमार आदि अनेक लोग मौजूद रहे।
