अल्मोड़ा। जिले में पानी की किल्लत लगातार बढ़ती जा रही है। जिले में तापमान बढ़ने के साथ-साथ पानी के स्रोत भी सूख रहे हैं तथा नलो में पानी नहीं आ रहा है और प्राकृतिक स्रोतों से भी पानी भरना दुश्वार हो चुका है। जिले के विभिन्न हिस्सों में पेयजल संकट गहरा गया है। गरुणाबाज, गुणादित्य, मोतिया धौलादेवी , डीनापानी समेत अनेक हिस्सों में जलापूर्ति नहीं हो पा रही है और नल में भी पानी नहीं आ रहा है ऐसे में 14000 से अधिक आबादी पानी के लिए तरस रही है।
लोगों को टैंकर से पानी आवंटित किया जा रहा है और इस दौरान भी काफी हाहाकार मचा हुआ है। टैंकर देखते ही बच्चे तथा महिलाएं खाली बर्तनों के साथ दौड़ लगा रहे हैं मगर टैंकर से मिला हुआ पानी पर्याप्त आपूर्ति करने में असफल है। जल संस्थान के जेई वीरेंद्र मेहता के अनुसार प्रभावित क्षेत्रों में टैंकर, पिकअप वाहनों से लोगों को पानी उपलब्ध कराया जा रहा है और कई जगह तो पाइपलाइन में खराबी के चलते जलापूर्ति प्रभावित हुई है जिससे लोगों के हाल बेहाल है। बढ़ता तापमान घटते जल स्रोत लोगों की समस्या लगातार बढ़ा रहे हैं और ऐसे में लोगों को टैंकर ही एक मात्र उम्मीद नजर आ रहा है।