अल्मोडा:- विवेकानंद इंटर कॉलेज रानीधारा में आयोजित हुआ मातृ सम्मेलन, छात्रों के सर्वांगीण विकास पर चर्चा

अल्मोड़ा| विवेकानंद इंटर कॉलेज रानीधारा अल्मोड़ा में कक्षा 6, 7, 8, एवं 9 के छात्रों की माताओं का मातृ सम्मेलन आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन व सरस्वती वंदना के साथ हुई।
सम्मेलन में अविभावकों के सम्मुख छात्रों का व्यवहारिक व शैक्षणिक पक्ष रखा गया। इस अवसर पर विभिन्न अतिथियों ने अपने-अपने अनुभव साझा करते हुए माताओं को अपने बच्चों का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी।
प्रधानाचार्य मोहन सिंह रावल ने कहा शिशु की शिक्षा माँ के गर्भ से ही प्रारम्भ हो जाती है। शिशु की पहली शिक्षक भी शिशु की माँ ही होती है। एक माँ हर पल हर चीज के लिए अपने बच्चों का ध्यान रखती है और बच्चों के मन में भी माँ के लिए सबसे खास जगह होती है।
मुख्य अतिथि प्रो० इला शाह ने कहा भारतीय संस्कृति में माँ के प्रति लोगों में अगाध श्रद्धा रही है| माँ शब्द में सम्पूर्ण सृष्ठि का बोध होता होता है ।


अध्यक्ष लता बोरा ने माँ को धरती पर विधाता की प्रतिनिधि कहा जाए तो अतिश्योक्ति नही होगी| सच तो यह है कि माँ विधाता से कही कम नही है| क्योंकि माँ ने इस दुनिया को सिजा और पाला पोशा है| माँ जीना सिखाती है| पहली किलकारी से लेकर ऑखरी साँस तक माँ अपनी संतान का साथ कभी नही छोड़ती है।
मंच का संचालन करते हुए विद्या लटवाल ने कहा कि माँ शब्द की कोई परिभाषा नही होती यह शब्द अपने आप में परिपूर्ण है। ईश्वर ने माँ के द्वारा ही सम्पूर्ण सृष्ठि की रचना की है।
इस अवसर पर समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित रहा ।