
अल्मोड़ा| कंपनी को बिल में गलत मोबाइल नंबर दर्ज करना महंगा पड़ा|
फ्लोर मिल के स्पेयर पार्ट्स के पार्सल के बिल में गलत मोबाइल नंबर अंकित करने वाली कंपनी को अपनी यह गलती बहुत महंगी पड़ी| पीड़ित ने आरोप लगाया कि समय से स्पेयर पार्ट्स ना मिलने से उसका स्वरोजगार ठप पड़ गया| जिसके बाद जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग ने संबंधित कंपनी को दो हजार छतिपूर्ति और स्पेयर पार्ट्स की पूरी रकम वापस करने के आदेश दिए| तय समय पर 7,370 का भुगतान न करने पर कंपनी को 6% वार्षिक ब्याज देना होगा|
बताते चलें कि अल्मोड़ा नगर स्थित एलआर शाह रोड निवासी मनीष जीना ने 17 जून 2022 को अहमदाबाद की कंपनी को फ्लोर मिल के स्पेयर पार्ट्स की आपूर्ति का आदेश दिया था| उसी दिन गूगल पे के माध्यम से कंपनी को 5,370 का भुगतान कर दिया था| जिसमें स्पेयर पार्ट्स यहां तक पहुंचाने का किराया भी शामिल था| कंपनी ने शिकायतकर्ता को स्पेयर पार्ट्स का बिल भेजा जिसमें शिकायतकर्ता का मोबाइल नंबर गलत दर्ज था|
जब डिलीवरी ब्वॉय पार्सल लेकर पहुंचा दो मनीष से ओटीपी मांगी लेकिन नंबर गलत होने के कारण ओटीपी गलत नंबर पर जा रही थी, इसलिए उसने पार्सल देने से मना कर दिया|
शिकायतकर्ता के अनुसार, जब मोबाइल नंबर सही कराया गया तब भी पार्सल नहीं मिला| वह स्वरोजगार के लिए मसाला चक्की चलाता है| स्पेयर पार्ट्स ना होने के कारण कामकाज ठप हो गया|
पीड़ित ने मामले को जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग के समक्ष रखा| जिसके बाद आयोग के अध्यक्ष कौशल किशोर शुक्ला, सदस्य विद्या बिष्ट, सुरेश चंद्र कांडपाल ने शिकायतकर्ता के पक्ष में आदेश जारी किया है|
