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बीते 16 अप्रैल 2023 को रविवार के दिन अल्मोड़ा में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर कर्मचारियों का सैलाब सड़कों पर उमड़ पड़ा। सैकड़ों की तादाद में कर्मचारियों ने नंदा देवी प्रांगण से चौघानपाटा तक संवैधानिक मार्च निकाला और इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ खूब नारेबाजी भी की। वक्ताओं का कहना था कि पेंशन कार्मिकों के भविष्य की गारंटी और उनके बुढ़ापे की लाठी है। सरकार ने कार्मिकों की मेहनत की कमाई को पूंजीपतियों के हवाले कर दिया है और सरकार कह रही है कि पेंशन लागू होने से देश की अर्थव्यवस्था खतरे में आ जाएगी। दूसरी और पूंजीपतियों के हजारों करोड़ों के ऋण माफ कर दिए जाते हैं वही विधायक और सांसद को पेंशन दी जाती है वक्ताओं का कहना था कि नई पेंशन स्कीम अगर इतनी ही अच्छी व्यवस्था है तो सबसे पहले इसे विधानसभा और संसद के सदस्यों पर लागू किया जाए। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन ने सरकारें बदल दी है और जो नहीं बदलेगा उसे हम बदल देंगे इस प्रकार वक्ताओं ने अपना आक्रोश व्यक्त किया और पुरानी पेंशन बहाल होने तक आंदोलन को जारी रखने का आह्वान भी किया। कर्मचारियों ने सड़क पर उतरकर संवैधानिक मार्च निकाला और एसडीएम के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भी भेजा गया। इस दौरान सभा का संचालन राजू महरा द्वारा किया गया।
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