अल्मोड़ा| समाज की रूढ़िवादी सोच धीरे-धीरे खत्म होती जा रही है| अपने पिता की अर्थी को तीन बेटियों ने कंधा देकर और उनकी चिता को मुखाग्नि भी दी, इस दृश्य को देखकर सभी की आंखें भर आई|
बताते चलें कि अल्मोड़ा के रानीधारा निवासी एसबीआई के प्रबंधक पद से सेवानिवृत्त बसंत बल्लभ पांडे का बुधवार को 85 वर्ष की आयु में निधन हो गया| वह पेंशनर एसोसिएशन के सचिव भी रह चुके हैं| बता दे कि कुछ समय पहले ही उनके पुत्र अधिवक्ता और पत्रकार दिनेश पांडे का निधन हो गया था| ऐसे में उनकी तीनों बेटियां सुनीता पांडे, भावना और भारती ने अपने पिता की अर्थी को कंधा दिया| तीनों ही शव यात्रा के साथ विश्वनाथ श्मशान घाट पहुंची और पिता की चिता को मुखाग्नि दी|
सुनीता पांडे का कहना है कि बेटियां भी किसी से कम नहीं होती है| पिता का अंतिम संस्कार कर उन्होंने अपना फर्ज निभाया है| वही भावना और भारती ने कहा बेटियों के आगे आने से समाज की रूढ़िवादी सोच खत्म होगी|