मोहन उप्रेती लोक संस्कृति कला एवं विज्ञान शोध समिति के तत्वावधान मे चल रहे सात दिवसीय रचना दिवस महोत्सव का समापन उदय शंकर व चन्द्रशेखर पंत शास्त्रीय संगीत संध्या से हुआ।
उदय शंकर व चन्द्रशेखर पंत शास्त्रीय संगीत संध्या में मुख्य अतिथि प्रधानाचार्या भातखण्डे संगीत महाविद्यालय सी. एस. चौहान थे व अतिथि चित्रकार ध्रुव जोशी, लोक गायक दीवान कनवाल तथा सम्मानित होने वाले कलाकारों ने सयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित किया।
कार्यक्रम मे युवा प्रतिभा सम्मान से कथक नृत्यांगना रूचि बलूनी व तबला वादक सप्तक शर्मा को सम्मानित किया गया। वहीं कला साधक सम्मान से शास्त्रीय गायक पंकज आर्या को सम्मानित किया गया। इन सभी कलाकारों को सम्मान चिन्ह, सम्मान पत्र, शाल, पुष्पगुच्छ, पुस्तक देकर सम्मानित किया।
बत्तौर मुख्य अतिथि सी. एस. चौहान ने संस्था के द्वारा शास्त्रीय संगीत के प्रचार प्रसार मे किये जा रहे योगदान की सराहना की।
कार्यक्रम की शुरुआत बालक हर्षित कुमार के सितार वादन से हुई तबले पर संगत अमन महाजन ने की। संस्था के द्वारा हर्षित को पिछले वर्ष बाल प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। दूसरी प्रस्तुति अजराड़ा घराने के सप्तक शर्मा ने दी इनके साथ हारमोनियम पर संगत राज बलूनी ने की। जयपुर घराने की कत्थक नृत्यांगना रूचि बलूनी ने कथक नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की। अंतिम प्रस्तुति शास्त्रीय गायक पंकज आर्या ने दी । तानपुरे पर पवन जोशी, हारमोनियम पर प्रांजल आर्या व तबले पर अमन महाजन ने संगत की। देर रात तक रैमजे के ओकले हाल मे चले कार्यक्रम का संचालन हल्द्वानी के कवि सम्मेलन के मंचों की चर्चित कवियत्री किरन पंत वर्तिका ने किया।
कार्यकर्म मे संगीत प्रेमी अमृत कुमार, अमरनाथ भट्ट, कमल पांडे, नमिता टम्टा, नेहा, ममता, श्वेता सिंह आदि उपस्थित थे।