
अल्मोड़ा| एसएसजे विश्वविद्यालय पर एक बड़ा आरोप लग रहा है| यह आरोप अवैध नियुक्तियों को लेकर लगा है| एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव गोपाल भट्ट ने आरटीआई के तहत मांगी गई सूचना के आधार पर यह दावा किया है|
गोपाल भट्ट के मुताबिक 100 से भी अधिक भर्तियों के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने किसी भी राष्ट्रीय और स्थानीय अखबार में विज्ञप्ति जारी नहीं की| आरोप है कि किसी दल विशेष के कार्यकर्ताओं को विश्वविद्यालय में नियुक्ति दी गई है| उन्होंने अधिक जानकारी पाने के लिए अपीलीय अधिकारी से अपील कर दी है|
एनएसयूआई नेता गोपाल भट्ट के अनुसार, करीब दो-ढाई साल पहले ही एसएसजे विश्वविद्यालय अस्तित्व में आया है| इस दौरान विश्वविद्यालय में बड़े पैमाने पर प्राध्यापकों और अन्य कर्मचारियों की भर्ती हुई थी| इस भर्ती को लेकर उन्होंने विश्वविद्यालय से आरटीआई के तहत सूचना मांगी थी|
गोपाल भट्ट ने कहा विश्वविद्यालय से जानकारी मिली है कि उन्होंने प्राध्यापक और अन्य कर्मचारियों की भर्ती के लिए राष्ट्रीय और स्थानीय समाचार पत्रों में कोई विज्ञप्ति नहीं निकाली| विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर भर्ती की जानकारी दी गई थी| वेबसाइट से मिली जानकारी के बाद मौके पर पहुंचे अभ्यर्थियों के इंटरव्यू लिए गए| वेबसाइट पर जारी इंटरव्यू के आधार पर अलग-अलग पदों पर यह भर्तियां की गई|
आरटीआई कार्यकर्ता और एनएसयूआई नेता गोपाल भट्ट का आरोप है कि नवस्थापित विश्वविद्यालय में राजनीतिक दल विशेष के कार्यकर्ताओं को अलग-अलग पदों पर नियुक्तियां मिली है| इसके अलावा कइयों
के रिश्तेदारों को भी विश्वविद्यालय में नियुक्ति मिली है|
इस मामले में प्रभारी कुलपति एसएसजे विश्वविद्यालय अल्मोड़ा डॉ. देवेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा विश्वविद्यालय में भर्ती 6 माह के लिए अस्थाई पदों के विश्वविद्यालय के वेबसाइट में विज्ञप्ति जारी की थी| इसमें कई अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था| विश्वविद्यालय स्तर पर कमेटी ने अभ्यर्थियों को चुना| अतिथि शिक्षकों के लिए विज्ञप्ति जारी की गई थी|