अल्मोड़ा। पुलिस द्वारा जगदीश हत्याकांड में एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि इस हत्याकांड में फरार चल रहे दो आरोपियों में से एक की संदिग्ध हालातो में मौत हो गई और दूसरे आरोपी को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। इन दोनों आरोपियों के बारे में बताते हुए एसएसपी प्रदीप कुमार राय ने कहा कि यह दोनों आरोपी नदी से रेत निकालते हैं तथा जगदीश की रेकी करने और गीता को खोजने में इन दोनों आरोपियों ने हत्यारोपितो का साथ दिया था। एसएसपी द्वारा पत्रकार वार्ता के दौरान बताया गया कि जगदीश की हत्या का षड्यंत्र गीता के स्वजनों ने घोड़ों से ढलान का कार्य करने वाले नंदन सिंह पुत्र कुंवर सिंह और नरेंद्र सिंह पुत्र हीरा सिंह निवासी नौगांव तहसील रानीखेत के साथ मिलकर रचा था। दरअसल नंदन सिंह गीता के सौतेले भाई गोविंद सिंह का मित्र हैं और उसने जगदीश के ग्राम बोलीचापड़ में आने और गांव से निकलने की रेकी कर इस बात की सूचना हत्यारोपितो को दी। इसके अलावा गीता की तलाश करने के लिए नंदन सिंह आया। गीता को अल्मोड़ा ढूंढने के लिए नंदन सिंह, गीता का सौतेला भाई गोविंद सिंह और उसकी मां भावना ओमनी वेन संख्या यूके 19 टीए 0389 से आए थे। इसी दौरान गीता के पिता जोगा और नरेंद्र ने जगदीश को बंधक बना लिया और उसे सैलापानी पुल के पास रखा गया। जब गीता का अल्मोड़ा में कोई पता नहीं चला तो उन्होंने जगदीश की हत्या कर दी जिसके बाद वह ओमनी वैन के जरिए जगदीश के शव को ठिकाने लगाने के लिए ले जा रहे थे मगर तभी इन आरोपियों को पुलिस ने रंगे हाथ पकड़ लिया।
इस मामले में गहराई से जांच करने के बाद पुलिस को पता चला कि इसमें नंदन और नरेंद्र भी शामिल है।घटना के अगले ही दिन नंदन की मौत अज्ञात कारणों के चलते हो गई और शुक्रवार को पुलिस द्वारा नरेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। बता दें कि इस मामले में घोड़ों का कार्य करने वाला नंदन सिंह जोकि गीता के सौतेले भाई का मित्र था उसकी मौत के साथ ही कई राज भी दब गए हैं। जगदीश ने गीता से विवाह करने की बात अपने घर में भी किसी को नहीं बताई थी। जब पुलिस द्वारा जगदीश के स्वजनों से पूछताछ की गई तो उन्होंने भी जगदीश की शादी के बारे में कुछ नहीं बताया। जगदीश की शादी के बारे में उन्हें हत्याकांड के बाद पता चला।