ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन -: आज से शुरू हो रहा टूर्नामेंट, लक्ष्य, सिंधू पर जीत का सूखा खत्म करने का जिम्मा

बर्मिंघम| 2001 में ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन का अंतिम बार किताब पुलेला गोपीचंद ने जीता था, इसके बाद अब तक कोई भारतीय शटलर यह टूर्नामेंट नहीं जीत पाया है|


पिछली बार लक्ष्य सेन और 2015 में साइना नेहवाल यहां फाइनल में जरूर पहुंची, लेकिन अंतिम बाधा पार नहीं कर सकें|
अब आज से शुरू हो रहे इस टूर्नामेंट में किताब का सूखा खत्म करने की उम्मीद लक्ष्य सेनसेन, पीवी सिंधू और सात्विक-चिराग की जोड़ी पर है| इस टूर्नामेंट में लक्ष्य और सिंधू को पहले दौर से ही कड़े प्रतिद्वंद्वियों का सामना करना होगा|
बता दे कि 2001 में अंतिम बार गोपीचंद ने ऑल इंग्लैंड का खिताब जीता था| इससे पूर्व 1980 में प्रकाश पादुकोण विजेता बने थे|
पीवी सिंधू के नाम दो ओलंपिक पदक और विश्व चैंपियनशिप का खिताब है| लेकिन इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल से वह आगे नहीं बढ़ पाई है| इसके अलावा सिंधू ने अगस्त माह में राष्ट्रमंडल खेलों का खिताब जीता था| इस टूर्नामेंट में सिंधू को पहले दौर में चीन की झांग यी मान का सामना करना होगा|