उत्तराखंड के मित्रों के नाम उदय किरौला की एक चिट्ठी

उत्तराखंड के मित्रों के नाम पत्र

          अल्माड़
          फागुण,19 पैट, वृहस्पतिवार
          3 मार्च,2022

सिद्धिश्री सर्वोपमा योग्यवर-6
आमा-बूबू, ठुल ईजा-ठुल बौज्यू,कका-काकी, ताई-ताऊ, ममा-मामी, और सबै ठुला कैं म्येरि पैला और ननां कैं प्यार आशीष।
उत्तराखंड में विधान सभा चुनावौ रिजल्ट 10 मार्च हूं उणी छू बल। जतू लै नेता चुनाव लड़ीं। सबूं दिल में धुक-धुक हैरे। कुछ नेता लोग तो रात-दिन भगवान हूं हाथ जोड़ण रयीं कि जीत उनेरि है जो। क्वे-क्वे तो मनै मन ईष्ट हूं हाथ जोड़ण रयीं कि हे भगवान तुम मशीन भतेर जै बेर आपुण भक्ता लीजि कुछ तो करो। हमार गौंक सभापति ज्यू कूनी जसै स्कूली नान साल भर किताब पढ़ण में डाड़ मारनी। इम्तिहान दिबे भगवान हूं पास करणै प्रार्थना करनी। उसै आज भोउ नेता लै भगवान पर भरोस करण रयीं। सभापति ज्यू कूणी कि आब हाथ जोड़ि खुटा पड़ि क्ये हूणी नहां। रिजल्ट तैयार छू। अगर गुंडागर्दी नि हयीं तो जीतणी जीति गो। रिजल्ट उणै देर छू। बहरहाल आज भोउ घरौं पना चहा दुकानों में चुनावौ कै क्वीड़ चलि रयीं। बुड़-बाड़ि लै वोटों हार-जीत सुणणा लिजी बेचेन है रयीं। जोड़ जंतर करि बे आपुण सरकार बनाणा चक्कर में ठुल-ठुल नेता लागि रयीं।
पहाड़ों पन आड़ू, पुलम और दुसार डाई-बोटों पर पौ फुटि गयीं। रंग-बिरंगी फूल देखण में उण रयीं। जंगल में बुरांस लै आपुण जवानी पर ऐगो। हिसाउ और किल्मौड़ लै आपुण रंग में छू। पैली बटी दुद पाती फूल बहुत हूंछी। आब दुद पाती फूल कम देखीण में उणौ बताण रयीं। वसंत पंचमी बाद पहाड़ों पन वसंतै बहार ऐगे। सतरालि और दुसार जगां शिवरात्रि बटी ठाड़ होलि शुरू है गयीं। जाग जगां हारमोनियम दगाड़ राग-विहाग दगाड़ बैठ होलि चलि रयीं। फूल संक्रांतै तैयारी शुरू हैगे। पंडि ज्यू बताण रयीं कि अलबेर फूलदेई यानी फूल संक्रांंत 14 मार्च हूं छू। फूल संक्रांत बटी रंगील चैत लागि जां। दुरहाट और पाली पछाऊं तरफ चैत में झ्वाड़ है जानी। साल्दे बिखोती कौतिकै तैयारी शुरू है जै। उसी तो शिवराति कौतिक सारै देश में हूंछ पर सैणै शिवरात (भिकियासैण ), गेवाड़ौक आठूं(चौखुटिया) और द्वरै (दुरहाट) साल्दे और मासी सोमनाथौ कौतिक पाली पछाऊं उज्याणि ठुल मानी जानीं। य समझो शिवरात्रि बाद जाग जगां खेल कौतिक शुरू है जानी। हमार गौंक सभापति ज्यू कूनी कि जब बटी पहाड़ में टेलीविजन आछ तब बटी च्येलि बेटी कौतिक जाण हूं तैयार नहां। मोबाइल आई बाद तो लोग कौतिक क्ये घर में लै एक दुसार दगाड़ नि बुलाण राय।
फागुण में ब्या काजा लगन चलियै छन। चैतौ म्हैण काउ मानी जां। चैत में ब्या काज नि हुन। पर आज भोउ क्वे लै नि मानण रौय। पंडि ज्यू लै आपुण तरफ बटी नई नियम बतै दिणीं। हमार गौंक शिबू विदेश नौकरी करण रौ। उकै छुट्टी नि मिलण राय। पंडि ज्यू पास गो। पंडि ज्यूल उकै समझाछ। पर उ नि मान। पंडि ज्यूल सोचो अगर लगन नि हौल तो य कोर्ट में ब्या करि ल्यौल। पंडि ज्यूल नई नियम बतै दे कि यदि काउ म्हैण में ब्यौल लै काउ और ब्योलि लै काउ छू। तो तीन काउ हुण पर ब्या है सकूं। शिबुआ घर वाल लै पंडि ज्यू लगन निकालण पर ब्या करण हूं तैयार छन। हमार गौंक सभापति ज्यू कूणी कि सब आपुण मनकै करण रयीं। य वजैल तो सब चल-बिचल और कौउ-बिकौउ हैरै।
स्कूली ननां सालाना इम्तिहान चलि रयीं। बोर्ड वालूं इम्तिहान लै हूणी छन बल। आज भोउ घरौं पना स्कूलों में प्रेक्टिकल चलि रयीं। नान तिन बजार बटी सींक वाल कुच खरीदि बे लिजाण रयीं। होम साइंश वाल प्रेक्टिकल में नान तिन स्कूल में पकौड़ि और खीर लै पकाण रयीं। फागुण जाणी छू,घरौं पन ह्यौन जसै लागियै छू। रतै ब्याल बहुत ठंड है जाणौ। दिन में चड़कैल घाम लागण रौ।
उत्तराखंड में जाग जगां कोरोना नई केस उण रयीं। सरकारल कोरोना पाबंदी हटै हाली। हमार गौंक सभापति ज्यू कूणी कि सरकारल कै हालौ जो बचछा बचो, जो मरछा मरो। हमूंल आपुण तरफ बटी बहुत करि हालौ। सभापति ज्यू बतौण रयीं। जब सरकारल पाबंदी लगै रछी। तब लै कैलै पाबंदी नि मानि। भात-बर्यात में बहुतै भीड़ है रछी। बजारों पन खुट धरण हूं जाग निछी। अखबार में खबर ऐरै कि आजि कोरोना चौथूं लहर लै उणी छू। य लिजी जरूरी छू कि कोरोना है बचाव जरूर करिया। मुख पर महाउ यानी मास्क जरूर लगाया। आपुण ज्यानै हिफाजत खुद करिया। गहतै दाउ, मडुवौ रव्ट जसै घरौं पनौ अनाज जरूर खाया। डॉक्टर बतौण रयीं कि म्वट अनाज में कोरोना दगाड़ लड़णै ताकत छू। कुछ दिन तक आजि फास्ट फूड यानी बजार पन कच्चर-बच्चर झन खया। आपुण ज्यानै हिफाजत करिया। तबै पालना होलि। कै बखत द्वि-आंखर चिट्ठी मिलि गे कै कुशो बात दिनै रया। बांकि फिर लेखूल।
बांकि फिर लेखूल।
तुमर मितुर,
उदय किरौला
संपादक बालप्रहरी
सचिव बालसाहित्य संस्थान
दरबारीनगर अल्मोड़ा उत्तराखंड
मोबाइल 9412162950
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