
इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन (INO) व आयुष मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से सिमकनी मैदान में दशम् अंतराष्ट्रीय योग दिवस का भव्य आयोजन किया गया। सर्व प्रथम दीप प्रज्वलित कार्यक्रम का शुभारंभ किया किया गया ।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए रजनीश जोशी ने कहा की इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन विगत कई दशकों से योग एवम प्राकृतिक चिकित्सा के प्रति आमजनमानस को जागरूक कर रही हैं इसके पश्चात डॉ गिरीश सिंह अधिकारी ने आयुष मंत्रालय द्वारा जारी सामान्य योग अभ्यास प्रोटोकॉल का अभ्यास कराया।
डॉ अधिकारी ने योग के संबंध में कहा योग का शाब्दिक अर्थ है-जोड़ना। योग चित्त प्रवृतियों का निरोध करता है। यह आपस में जोड़ता है। हमें मानव बनाता है। उन्होंने यम, नियम, ध्यान, आसन, धारणा, प्रत्याहार, प्राणायाम आदि को स्पष्ट किया। योग के प्राचीन इतिहास को प्रस्तुत करते हुए कहा कि योग विद्या भारत की प्राचीन विद्या है। आज के भौकितवादी युग में योग की महती आवश्यकता है। योग भौतिक एवं आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर बहादुर सिंह , भरत सिंह ,दीपक सिंह , कमल बिष्ट,सूरज सिंह ,
विवेक सिंह, भवना,दीपा भट्ट
,दीपा जोशी, गीता फर्त्याल ,हिमानी पांडे,
सरोज ,सोनिया,तारा जोशी,
कुनाल, श्वेता पंत ,पवन कुमार,
अजय सिंह, अंकित सिंह ,बेबी कौर , चंदा नेगी ,चेतना लटवाल ,गीतांशी तिवारी, हिमांशी, कविता , खुशबू तिवारी,
कृतिका, ललिता , लोकेश तिवारी, मुकेश चंद्रा ,निशा,
पायल, प्रदीप कुमार
प्रमोद सिंह ,संगीता खनी , सहित दो सौ से अधिक प्रतिभागी उपस्थित रहे।