विगत 11 माह से देश में किसान आंदोलन चल रहा है सैकड़ों की संख्या में किसान दिल्ली एवं उससे सटे इलाकों पर सरकार से अपनी मांगे मनवाने के लिए बैठे हुए हैं, उन्हीं किसानो का एक प्रतिनिधि चेहरा है योगेन्द्र यादव।
बीते दो-तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा मामले में एक बीजेपी कार्यकर्ता की भी मृत्यु हो गई थी जिसके बाद योगेंद्र यादव मृत भाजपा कार्यकर्ता के घर पहुंचे और अपनी संवेदना व्यक्त की, लेकिन यह बात संयुक्त किसान मोर्चा के आला नेताओं को रास नहीं आई और उन्होंने योगेंद्र यादव को आंदोलन से निलंबित कर दिया जिसके बाद योगेंद्र यादव का एक बयान सामने आया है उन्होंने भी फेसबुक पोस्ट के माध्यम से लिखा है कि
“मैं संयुक्त किसान मोर्चा की सामूहिक निर्णय प्रक्रिया का सम्मान करता हूं और इस प्रक्रिया के तहत दी गई सजा को सहर्ष स्वीकार करता हूं।
किसान आंदोलन देश के लिए आशा की एक किरण बनकर आया है।इसकी एकता और सामूहिक निर्णय प्रक्रिया को बनाए रखना आज के वक्त की सबसे बड़ी जरूरत है”