पिछले कई दिनों से रूस और यूक्रेन के बीच भयानक युद्ध जारी है ऐसे में बीते शुक्रवार 4 मार्च 2022 को रूस के सैनिकों ने जपोरिजिया जोकि यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु संयंत्र हैं उस पर कब्जा कर लिया था। बमबारी के दौरान संयंत्र में आग भी लग गई जिससे कि अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी तथा पूरी दुनिया में सनसनी फैल गई। क्योंकि यदि आग संयत्र के ट्रेनिंग सेंटर से मुख्य संयंत्र तक पहुंच जाती तो इससे ना सिर्फ यूक्रेन बल्कि उसके आसपास के देशों को भी महाविनाश का सामना करना पड़ता। बता दें की रूसी सेना यूक्रेन के 5 लाख आबादी वाले मिकोलईव शहर में प्रवेश कर गई हैं यह शहर यूक्रेन के सबसे बड़े शहरों में आता है तथा यहां पर पानी के जहाज में बनाए जाते हैं। और यहां पर प्रवेश करने के बाद रूसी सेना ने यह दावा भी किया है कि राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यूक्रेन छोड़ दिया है तथा वे पोलैंड चले गए हैं। मगर यूक्रेन की सरकार ने इस बात का खंडन किया है। मगर जो भी हो यदि यूरोप की सबसे बड़े परमाणु संयंत्र जपोरिजिया संयंत्र पर आग लगती तो इससे विनाश तय था मगर समय रहते हुए यूक्रेन के अग्निशमन दल को यह आग बुझाने की अनुमति दे दी गई और समय रहते ही आग बुझाई गई। जिससे कि दुनिया एक बहुत बड़े महाविनाश से बची।
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