
उत्तराखंड। विधानसभा चुनाव के लिए मतदान के बाद उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक अचानक सक्रिय हो गए| बीते दिनों उनकी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात के बाद इस प्रकार की चर्चाएं आम है कि क्या परिणाम के बाद निशंक को अहम भूमिका दी जा सकती है ?
संभावना इस बात की भी है कि यदि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही बहुमत के आंकड़े 36 से दूर रहती है| तो ऐसी स्थिति में भाजपा रमेश पोखरियाल निशंक को मैनेजमेंट की जिम्मेदारी देकर उनके लिए बड़ी भूमिका तय कर सकती हैं।
रमेश पोखरियाल निशंक 2019-21 मोदी मंत्रिमंडल में अहम जिम्मेदारी संभाल चुके वर्ष 2021 में उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया था| चुनाव से ठीक पहले और अब मतदान के बाद उनकी सक्रियता का बढ़ना इस बात की ओर संकेत कर रहा है कि निश्चित तौर पर 10 मार्च के बाद उत्तराखंड में रमेश पोखरियाल निशंक अहम भूमिका में नजर आ सकते हैं।
संभावना इस बात पर भी है कि 10 मार्च के बाद यदि भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती है तो कई सारे चेहरे बदले हुए नजर आएं तो आश्चर्य नहीं होगा।
