युद्ध के दौरान रूस पर पश्चिमी देशों के प्रतिबंध लगाने से रूसी अर्थव्यवस्था को लगा तगड़ा झटका

वर्तमान में रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध से रूस की अर्थव्यवस्था को खासा नुकसान पहुंचा है। जहां राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पूंजीवादी और वैश्वीकरण की नीति के कारण पहले से ही रूस में रह रहे लोगों ने सस्ती विमान सेवाओं, विदेशी गैजेट, कारों व अन्य सुविधाओं का मजा लिया है अब वहीं दूसरी तरफ रूस के लोगों की इन सुख-सुविधाओं पर खतरा मंडरा रहा है। क्योंकि अमेरिका समेत पश्चिमी देशों ने रूस पर कई प्रतिबंध लगा दिए हैं। तथा रूस के साथ व्यापार भी बंद कर दिया गया है। बीते सोमवार को सेंट्रल बैंक पर प्रतिबंध लगने से रूस की अर्थव्यवस्था और व्यापारिक गतिविधियों को भारी झटके लगे हैं तथा रूबल जोकि रूसी मुद्रा है वह भी अब धरातल पर आ गई है। रूस के एटीएम के बाहर नागरिकों की भीड़ लगी हुई है। इस दौरान रूस की हवाई सेवा भी काफी प्रभावित हुई है कई देशों ने रूस को अपना एयर स्पेस देने के लिए मना कर दिया है। ऐसे में अब यूरोप के ही कई नागरिकों द्वारा युद्ध विरोधी नारेबाजी की जा रही है इसमें 400 से भी अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। व देश में ऐसी स्थिति के बीच कई लोगों ने देश छोड़ने की बात भी कही है। इन दिनों रूस की कई बड़ी कंपनियों को भी झटके लगे हैं तथा भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है।