3 वैक्सीन को मिलाकर देश में जल्द ही पहली बार चिकित्सीय अध्ययन शुरू हो सकता है| इसके लिए हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक कंपनी की ओर से अध्ययन शुरू करने के लिए अनुमति मांगी गई है|
जानकारी के अनुसार 3 अलग-अलग समूह पर होने वाले इस अध्ययन में एक ही व्यक्ति को पहले कोवैक्सीन और बाद में कोविशील्ड की एक एक खुराक दी जाएगी| कोवैक्सीन को नैसल तकनीक के जरिए दिया जाएगा जिस में सुई लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है| कुछ समय पहले ही आईसीएमआर के साथ मिलकर भारत बायोटेक कंपनी ने नैसल वैक्सीन को तैयार किया है| यह अभी कहा जा रहा है कि डीसीजीआई की विशेषज्ञ कार्य समिति की ओर से इस अध्ययन को आगामी दिनों में अनुमति प्रदान की जाएगी|
बताते चलें कि लंबे समय से कोरोना वैक्सीन की मिश्रित खुराक को लेकर वैश्विक स्तर पर बहस चल रही है| पिछले वर्ष सीएनसी वेल्लोर के डॉक्टरों ने यह अध्ययन शुरू करने के लिए सरकार से अनुमति मांगी थी| जिसके बाद वहां पंजीयत इत्यादि भी शुरू हुई| लेकिन अभी तक इसका अध्ययन का निष्कर्ष नहीं आया है| इसमें को वैक्सीन और कोविशील्ड को लेकर ही काम किया जा रहा था| लेकिन 3 वैक्सीन को लेकर अध्ययन पहली बार शुरू हो रहा है|
मिली जानकारी के अनुसार कंपनी ने कोवैक्सीन, कोविशील्ड और नाक से दी जाने वाली नैसल वैक्सीन को एक साथ परीक्षण करने की योजना बनाई है|