भारत विंटर ओलिंपिक खेलों का करेगा बहिष्कार, जानिए क्या है पूरा मामला

नई दिल्ली| आज से शुरू हो रहें बीजिंग शीतकालीन ओलिंपिक का भारत ने राजनयिक बहिष्कार करने का फैसला लिया है| कल भारत में ऐलान करते हुए कहा है कि उसके शीर्ष राजनयिक अधिकारी बीजिंग विंटर ओलिंपिक उद्घाटन और समापन समारोह में भाग नहीं लेंगे| ओलंपिक से जुड़ी मशाल रिले कार्यक्रम में गलवन घाटी में भारतीय सैनिकों की मार से घायल सैनिक को चीन सरकार की तरफ से मशाल वाहक बनाए जाने पर भारत ने अफसोस जताया है|


चीनी मीडिया की ओर से 1 दिन पहले यह बताया गया था कि गलवन घाटी में घायल पीएलए रेजिडेंट कमांडर शी फबाओ को मसाल धावक बनाया गया है| बता दें कि 15 जून 2020 को पूर्वी लद्दाख सीमा पर स्थित गलवन घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच खूनी भिड़ंत हुई थी| इसमें 20 भारतीय सैनिक मारे गए थे| चीन की सरकार ने अपने सैनिकों के हताहत होने की बात ही नहीं मानी लेकिन बाद में माना कि 5 सैनिक मारे गए हैं| हालांकि कुछ विदेशी अखबारों में दर्जनों में चीनी सैनिकों के मारे जाने की बात कही है| इसी बीच ऑस्ट्रेलिया की एक प्रतिष्ठित मीडिया ने इसी तरह का दावा किया है| उधर अमेरिकी सीनेट की विदेश नीति समिति के सदस्य जिम रीश गलवन घाटी में घायल सैनिकों को मशाल वाहक बनाए जाने की फैसले को शर्मनाक बताया है| रीश ने कहा कि यह सैनिक उस टीम का हिस्सा था जिसने वर्ष 2020 में भारत पर हमला किया था| विरोध स्वरूप भारत में उद्घाटन और समापन समारोह में अपने किसी भी राजनयिक को नहीं भेजने का फैसला किया है| इसके अलावा भारत के सरकारी टीवी चैनल, दूरदर्शन की तरफ से भी यह घोषणा की गई है कि उद्घाटन और समापन समारोह का प्रसारण नहीं किया जाएगा|