
देश में कार्य कर रहे फ्रंटलाइन वर्करों तथा सरकारी कर्मचारियों को वैक्सीनेशन की तीसरी खुराक लगवाने की निर्देश दिए गए थे। मगर अभी तक कई कर्मचारी ऐसे हैं जिन्होंने वैक्सीनेशन की सतर्कता डोज यानी की तीसरी खुराक नहीं ली है। इसलिए देश के इंदौर शहर में जिन कर्मचारियों ने कोरोना की तीसरी खुराक नहीं ली है उनका वेतन रोक दिया गया है। शहर में ऐसे 6000 सरकारी कर्मचारी हैं जिन्होंने अभी तक कोरोना की सतर्कता खुराक नहीं ली है जिस कारण इन कर्मचारियों का जनवरी माह का वेतन रोक दिया गया है।
इन कर्मचारियों में बागवानी, नगर निगम, जिला पंचायत, सहकारिता विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, कृषि, बीएसएफ और अन्य विभागों के कर्मचारी शामिल है। तथा कई कर्मचारी फ्रंटलाइन वर्कर है जिन्हें कोरोना की तीसरी खुराक लगना अत्यंत आवश्यक है। कलेक्टर मनीष सिंह द्वारा निर्देश देते हुए संबंधित विभाग के अधिकारियों से कहा गया है कि वे कर्मचारियों को कोरोना की सतर्कता डोज लेने के बाद ही वेतन दे तथा जब तक कर्मचारी सतर्कता डोज नहीं लेते हैं तब तक उनका वेतन रोक दिया जाए। तथा वहीं दूसरी तरफ पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा ने अपने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जब तक कर्मचारी वैक्सीनेशन की तीसरी डोज का प्रमाण पत्र नहीं दिखाते तब तक उनका वेतन जारी न किया जाए।
