डैमेज कंट्रोल :- गजराज बिष्ट माने, नहीं लड़ेंगे चुनाव

नैनीताल। विधानसभा चुनाव के लिए पार्टियों की ओर से टिकटो का ऐलान हो जाने के बाद टिकट के कई दावेदार टिकट ना मिलने से नाराज होकर निर्दलीय मैदान में कूद पड़े जिनमें से कई अब वापस अपने घर लौट चुके हैं वही कईयों के मान मनोबल की तैयारी है।

कालाढूंगी विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के खिलाफ टिकट न मिलने से नाराज होकर निर्दलीय मैदान में कूद पड़े एक भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गजराज बिष्ट आखिरकार मान गए, उन्होंने अब नाम वापस लेने का ऐलान किया है।

भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने गजराज बिष्ट को मनाने का जिम्मा पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को दिया था जिसमें त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सफलतापूर्वक गजराज सिंह रावत की बगावत को थामने का काम पूरा किया है, त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुख्यमंत्री रहते ही गजराज बिष्ट को मंडी परिषद का अध्यक्ष जैसा हैवीवेट दायित्व दिया गया था।

बीजेपी इस समय 16 सीटों पर बगावत का सामना कर रही है जिसमें से एक सीट कालाढूंगी भी थी जिसमें बीजेपी डैमेज कंट्रोल में सफल हो गई है।