
नई दिल्ली| कोरोना महामारी के बीच पांच राज्यों में सुरक्षित चुनाव कराने में जुटी चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को बड़ी राहत दी है| इसके तहत अब वह प्रत्येक चरण में प्रत्याशियों की नामांकन की प्रक्रिया खत्म होने के बाद छोटी जनसभाएं कर सकेंगे| लेकिन इसमें लोगों की अधिकतम संख्या 500 ही रहेगी| इसके अलावा आयोग में पहले और दूसरे चरण के चुनाव में छोटी सभाओं को करने की समय सीमा तय कर दी है|
पहले चरण में छोटी सभाओं की शुरुआत 28 जनवरी से जबकि दूसरे चरण के चुनाव में 1 फरवरी से होगी| इस राहत के साथ ही चुनाव आयोग में रोड शो और रैलियों पर लगे प्रतिबंध को 31 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दिया है|
कल चुनाव आयोग ने राज्यों के आला अधिकारियों के साथ कोरोनावायरस की स्थिति की समीक्षा के बाद यह ऐलान किया| डोर-टु-डोर होने वाले प्रचार में शामिल होने वाले लोगों की संख्या को दोगुना कर दिया है| इससे पहले डोर-टू-डोर प्रचार के लिए सुरक्षाबलों के अलावा सिर्फ 5 लोगों की ही अनुमति थी| इसे बढ़ाकर 10 लोगों को शामिल करने की अनुमति दे दी गई है| इसके अलावा आयोग ने वीडियो वैन के जरिए प्रचार की भी अनुमति दे दी है3 लेकिन इसके जरिए सिर्फ खुले क्षेत्रों में प्रचार की अनुमति होगी| जिस में अधिकतम 500 लोगों की या फिर मैदान की कुल क्षमता की आधी भीड़ जुटाने की अनुमति होगी| पहले की बात करें तो 300 लोगों को या फिर हाल की क्षमता की आधी के साथ इनडोर बैठके करने की अनुमति थी| इसके अलावा भी आयोग में पहले और दूसरे चरण में छोटी सभाओं को करने की एक समय सीमा तय की है|
पहले चरण में ऐसी सभाएं 28 जनवरी से 8 फरवरी तक चुनाव थमने की समय सीमा तक की जा सकती है और दूसरे चरण के चुनाव में छोटी सभाओं को करने की हो छूट 1 फरवरी से 12 फरवरी तक प्रचार थमने की अवधि तक रहेगी| आयोग ने साफ कहा है कि इन सभी सभाओं को अधिकतम 500 लोगों की भीड़ या फिर जिस मैदान में सभा हो रही है उसकी क्षमता के आधे में से जो कम होगा वही मान्य होगा| इस मैदान की क्षमता का निर्धारण राज्य आपदा प्रबंधन कार्रवाई (एसडीएमए) करेगा| इसके बाद कोरोना को देखते हुए 31 जनवरी को फिर स्थिति की समीक्षा होगी| जिसके बाद चुनाव आयोग चुनाव को लेकर नए दिशानिर्देश जारी करेगा|
