रानीखेत :- दो दर्जन दावेदार बने भाजपा के लिए मुसीबत, अब तक नहीं हो सकी प्रत्याशी की घोषणा

अल्मोड़ा। जिले की 2 विधानसभा सीटों जागेश्वर और रानीखेत में अब तक भारतीय जनता पार्टी अपने प्रत्याशी के एलान नहीं कर पाई है जिसके पीछे दावेदारों की लंबी कतार मुख्य वजह बताई जा रही है, रानीखेत में भारतीय जनता पार्टी की ओर से टिकट चाहने वालों की संख्या 2 दर्जन से भी अधिक है जिनमें पूर्व में निर्दलीय प्रत्याशी रहे प्रमोद नैनवाल, पूर्व पालिकाध्यक्ष हल्द्वानी रेनू अधिकारी, भाजपा नेता कैलाश पंत, पूर्व केंद्रीय मंत्री बची सिंह रावत के सुपुत्र शशांक रावत, प्रोफेसर बी डी एस नेगी का नाम शामिल है।

भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पहली सूची में 59 दावेदारों की घोषणा की जिनमें रानीखेत और जागेश्वर सीट पर प्रत्याशी की घोषणा नहीं हो पाई।

रानीखेत विधानसभा में पिछले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट को उम्मीदवार बनाया था वहीं कांग्रेस की ओर से पूर्व विधायक करण मेहरा मैदान में थे टिकट न मिलने से नाराज होकर प्रमोद नैनवाल ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और सम्मानजनक मत हासिल किए जिसका खामियाजा भारतीय जनता पार्टी को भुगतना पड़ा और प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट चुनाव हार गए,
रानीखेत सीट से एक बड़ा मिथक भी जुड़ा हुआ है दरअसल राज्य बनने के बाद से जिस भी पार्टी ने रानीखेत सीट जीती प्रदेश में उसे विपक्ष में बैठना पड़ा वर्तमान में रानीखेत से करण मेहरा कांग्रेस के उपनेता प्रतिपक्ष है इससे पहले रानीखेत के विधायक रहे अजय भट्ट नेता प्रतिपक्ष भी रहे।