
बागेश्वर। आपदा प्रबंधन के तहत 15 नवम्बर को जनपद में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। इसकी तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी आकांक्षा कोंडे ने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की।
जिलाधिकारी ने कहा कि आपदा प्रबंधन केवल “खाना पूर्ति” तक सीमित न रहे, बल्कि इसे रचनात्मक संभावनाओं से जोड़ा जाए ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी विभाग आवश्यक उपकरणों व संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करें और मॉक ड्रिल को यथार्थ परिस्थितियों के अनुरूप योजनाबद्ध ढंग से आयोजित करें। उन्होंने कहा कि ऐसे अभ्यास वास्तविक परिस्थितियों में कार्य दक्षता को बढ़ाते हैं।
बैठक के दौरान अधिकारियों को वायरलेस संचार प्रणाली के उपयोग का प्रशिक्षण भी दिया गया, ताकि आपदा की स्थिति में सूचना आदान-प्रदान निर्बाध रूप से हो सके। आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि 15 नवम्बर को जिले के विभिन्न स्थानों — महर्षि विद्या मंदिर बिलोना, जिला चिकित्सालय और बागनाथ मंदिर (बागेश्वर), यूपीसीएल सब स्टेशन (कपकोट), गागरीगोल (गरुड़) तथा कांडा तहसील परिसर — में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आर. सी. तिवारी, अपर जिलाधिकारी एन. एस. नबियाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।


