
उत्तराखंड राज्य के चमोली में रैणी गांव में चिपको आंदोलन की प्रणेता गौरा देवी की 100वी जयंती मनाई गई। उनकी जयंती काफी धूमधाम से मनाई गई और इस दौरान वन मंत्री सुबोध उनियाल भी मुख्य अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने पौधारोपण करते हुए गौरा देवी को याद किया और इस दौरान गौरा देवी के योगदान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए डाक टिकट के साथ ही विशेष आवरण का विमोचन भी किया गया। शनिवार को गौरा देवी की कर्मभूमि रैणी में उनके जन्म शताब्दी के 100 साल पूरे होने पर नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन की ओर से समारोह आयोजित किया गया इस दौरान वन मंत्री सुबोध उनियाल का कहना था कि जिस तरह वनों को बचाने के लिए गौरा देवी ने संघर्ष किया इस तरह पहाड़ की महिलाओं को भी वनों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए। काफी धूमधाम से उनकी जयंती मनाई गई और इस दौरान पौधारोपण भी किया गया।


