
बागेश्वर । जिलाधिकारी आशीष भटगई की अध्यक्षता में आज ‘मेरा सपना मेरा लक्ष्य’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें राजीव गांधी नवोदय विद्यालय बहुली से आई बालिकाओं ने जनपद के विभिन्न शासकीय कार्यालयों का शैक्षिक भ्रमण (exposure visit) किया। इस प्रेरणादायी कार्यक्रम का आयोजन महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग तथा शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने औपचारिक संबोधन की परंपरा तोड़ते हुए छात्राओं के साथ एक खुला संवाद सत्र आयोजित किया। उन्होंने बालिकाओं से सीधे बातचीत करते हुए उनके विचार, सपने और आकांक्षाएँ सुनीं। जिलाधिकारी ने कहा कि “हर सपना तभी साकार होता है, जब उसके पीछे दृढ़ संकल्प और निरंतर प्रयास हो।” उन्होंने छात्राओं को बताया कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता — “सफलता का एक ही मंत्र है — आत्मविश्वास, अनुशासन और निरंतर सीखते रहना।”
इस अवसर पर विभिन्न विभागों की महिला अधिकारियों ने भी छात्राओं से संवाद करते हुए अपने-अपने अनुभव साझा किए और उन्हें विभिन्न करियर विकल्पों के बारे में जानकारी दी। जिलाधिकारी ने कहा कि “प्रशासन का द्वार हमेशा आपके लिए खुला है, यदि किसी छात्रा को मार्गदर्शन की आवश्यकता हो, तो मैं व्यक्तिगत रूप से सहायता के लिए उपलब्ध रहूँगा।”
उन्होंने बालिकाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि “शिक्षा, आत्मविश्वास और मानवीय मूल्यों के साथ आगे बढ़ें — यही सशक्त भारत की असली पहचान है।”
कार्यक्रम में उपस्थित छात्राओं ने जिला अधिकारी और अन्य अधिकारियों से करियर संबंधित प्रश्न पूछे, जिनका उत्तर बड़े सहज और प्रेरक ढंग से दिया गया। छात्राओं ने इस संवाद को अपने जीवन का “प्रेरणादायक अनुभव” बताया।
इस अवसर पर डीपीओ डॉ मंजूलता, जिला होम्योपैथिक अधिकारी डॉ. शिखा सम्मल, एसआई मीना राणा, अधिवक्ता अंजू पाण्डे, षष्टी काण्डपाल, लता भंडारी रोशनी, शिक्षकगणों एवं कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य बालिकाओं में प्रशासनिक एवं व्यावसायिक संस्थानों के प्रति जागरूकता बढ़ाना तथा उन्हें अपने सपनों की दिशा में आत्मविश्वास से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना रहा।