
उत्तराखंड राज्य में बढ़ती गर्मी के साथ बिजली की मांग भी लगातार बढ़ती जा रही है और पिछले तीन वर्षों की बात करें तो बिजली की मांग 500 करोड़ यूनिट सालाना बढ़ गई है मगर उत्पादन अभी भी बढ़ता हुआ नजर नहीं आ रहा है। आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में ऊर्जा विभाग ने इसके पीछे का मुख्य कारण जल विद्युत परियोजनाओं की चुनौती को बताया है। राज्य में हाइड्रो पावर की परियोजनाएं कानूनी पचड़ों में फंसने के चलते ऊर्जा प्रदेश का सपना अधूरा है। खुद ऊर्जा विभाग भी यह मानता है कि जल विद्युत परियोजनाएं अटकने से राज्य को नुकसान हो रहा है। वर्षवार 500 करोड़ यूनिट तक बिजली की मांग बढ़ रही है मगर बिजली उत्पादन अभी भी वही का वही अटका हुआ है। गर्मियों में सबसे अधिक बिजली की आवश्यकता होती है और जैसे-जैसे राज्य में ठंड का मौसम बीत रहा है और गर्मी शुरू हो रही है उसके साथ ही बिजली की मांग भी बढ़ रही है मगर उत्पादन में बढ़ोतरी न होने के कारण लोगों को आगे समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
