उत्तराखंड राज्य में राजनीतिक दलों के खर्च का ब्यौरा रखने के लिए चुनाव आयोग के व्यय पर्यवेक्षक उत्तराखंड पहुंच चुके हैं। बता दे कि सभी दलों, प्रत्याशियों का खर्च आयोग के रडार पर है। चुनाव आयोग से पर्यवेक्षक टी शंकर, उमाशंकर प्रसाद, अंकित पांडे, राजेश कोठारी और स्वाति शिवम उत्तराखंड आ चुके हैं।
लोकसभा चुनाव नामांकन प्रक्रिया प्रत्याशियों व दलों के खर्चे पर टीम द्वारा नजर रखी जा रही है और आज शुक्रवार को नामांकन पर भी नजर रखी गई। सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में बातचीत के दौरान संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी नमामि बंसल का कहना था कि सभी दलों ,प्रत्याशियों का खर्चा आयोग की रडार पर है और इसके लिए उत्तराखंड में चुनाव आयोग से टीम भी पहुंच चुकी है। चुनाव में शराब के दुरुपयोग को रोकने के लिए नियमित रूप से कार्यवाही की जा रही है। बीते 20 मार्च को नैनीताल के मुक्तेश्वर थाना क्षेत्र में कुल मिलाकर 450 लीटर शराब बरामद हुई थी और चंपावत से 600 लीटर शराब बरामद की गई थी। बता दे कि जब 2019 में लोकसभा चुनाव हुए थे तो उस दौरान कुल 3 करोड़ की शराब पुलिस ने बरामद की थी और 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान 4 करोड़ 70 लाख रुपए की शराब बरामद हुई थी।