इस बार सावन का महीना 4 जुलाई मंगलवार से शुरू हो रहा है| श्रावण मास 59 दिनों का होगा| खास बात यह है कि इस वर्ष सावन मास में 8 सोमवार होंगे|
श्री तपोनिधि पंचायती अखाड़ा निरंजनी के संत स्वामी रामभजन वन महाराज के मुताबिक, मासों में उत्तम पुरुषोत्तम मास की शुरुआत सावन के मध्य होने जा रही है| श्रावण मास के पहले दिन मंगला गौरी व्रत, त्रिपुष्कर योग और शिव मास का शुभ संयोग बन रहा है, जो भक्तों के लिए कल्याणकारी होगा| पहले दिन दोपहर 11:49 तक इंद्र योग रहेगा| इसके बाद वैधृति योग लग जाएगा|
इंद्र युग में राज्य पक्ष के कार्यों में अथवा सरकारी कार्यों में सफलता जरूर मिलती है| वहीं अगर वैधृति योग की बात करें तो यह स्थिर कार्यों के लिए ठीक है, परंतु यदि कोई भागदौड़ वाला कार्य अथवा यात्रा करनी हो तो इस योग में नहीं करनी चाहिए| इसके अलावा इस दिन सुबह 8:25 तक पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र रहेगा, इसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र लग जाएगा, जो कि 4 जुलाई सुबह 5:39 मिनट तक रहेगा|
साथ ही सावन की शिवरात्रि शिव और शक्ति के मिलन का दिन है इसलिए शिवजी के साथ माता पार्वती की भी पूजा करनी चाहिए| पूजा के दौरान शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, भांग और फूल जरूर चढ़ाएं|