Uttarakhand- राज्य में पिघल रहे हैं ग्लेशियर, उफान पर आई काली नदी……. बह गया मार्ग, पढ़ें पूरी खबर

उत्तराखंड राज्य के पिथौरागढ़ जिले में ग्लेशियर पिघलने से लिपुलेख मार्ग का कुछ हिस्सा बह गया। बता दें कि मई माह में उच्च हिमालय में भारी हिमपात हुआ था और अब उसका असर पड़ रहा है। तपिश बढ़ने के साथ ही यहां ग्लेशियर पिघलने लगे हैं। बीते गुरुवार की शाम व्यास घाटी में ग्लेशियरों के पिघलने से काली नदी भी उफान पर आ गई वही बूंदी और मालपा के मध्य स्थित चलसीता के पास लिपुलेख मार्ग का हिस्सा भी बह गया। मार्ग बहने से चीन सीमा का संपर्क भंग हो गया है और व्यास घाटी के साथ गांव अलग-थलग पड़ चुके हैं। कुछ यात्री भी उच्च हिमालय में फंस चुके हैं। बता दें कि गुरुवार के दिन मौसम सामान्य रहा और धूप चमकती रही जिसके चलते ग्लेशियर पिघलने गया और काली नदी का जलस्तर भी बढ़ने लगा। नदी ने शाम को विकराल रूप ले लिया तथा बूंदी और मालपा के बीच चलसीता के पास स्थित मार्ग बह गया। यात्रा अधिकारी डीएस बिष्ट द्वारा बताया गया कि वह आज आदि कैलाश से लौटे हैं और उनके लौटने तक स्थिति सामान्य थी मगर शाम को यह घटना घटित हो गई। उनका कहना है कि मार्ग बंद होने के कारण केएमवीएन का एक दल बूंदी में फंसा है और आज शुक्रवार के दिन मार्ग खुलने के आसार हैं।