आगामी विधानसभा चुनाव में सभी पार्टियां जोरो शोरो से तैयारियों में लगी हुई है। इसी क्रम में ना सिर्फ भाजपा- कांग्रेस बल्कि आम आदमी पार्टी भी सैनिकों की आड़ में आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी सरकार बनाना चाहती है। दरअसल उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों से ज्यादा युवक सेना में भर्ती है, उत्तराखंड के प्रत्येक गांव से कोई ना कोई युवक देश के सेना में सैनिक है इसी की आड़ में राजनीतिक दल सैनिकों को सम्मान दे रहे है तथा जगह-जगह पर सैनिकों के लिए कार्यक्रम किए जा रहे है।
इसी क्रम में भाजपा देहरादून में सैन्य धाम बना रही है जिसके लिए सैनिकों के घरों से मिट्टी भी मंगाई गई। साथ ही में कांग्रेस के लिए इस बात पर यह सवाल उठ रहा है कि सर्जिकल स्ट्राइक पर भी कांग्रेस ने सबूत मांगा था इससे सैन्य शक्ति का अपमान हुआ। तथा वही देखा जाए तो रानीखेत से कांग्रेस के विधायक रहे करन मेहरा का कहना है कि भाजपा सैनिकों की आड़ में बस राजनीति कर रही है जबकि सैनिकों के लिए सारे कार्य कांग्रेस द्वारा किए गए है। खैर जो भी हो विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के साथ ही पता चल जाएगा कि सैन्य शक्ति किसके साथ है।