शीत सत्र के पहले ही दिन पीएम मोदी ने अपना वादा पूरा कर दिया और तीनों कृषि कानूनों को राज्यसभा में भी वापस ले लिया गया है| विपक्ष के हंगामे के बीच इस बिल को मंजूरी मिली है| इस बिल पर अब सिर्फ राष्ट्रपति के हस्ताक्षर होने हैं जिसके बाद बिल की औपचारिक तौर पर वापस भी हो जाएगी|
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने विपक्ष के हंगामे के दौरान इसे सदन के पटल पर रखा| विपक्ष के हंगामे के बीच यह बिल लोकसभा में भी पास हो गया| कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में इस विधेयक पर सदन में चर्चा करने की मांग की|
पीएम नरेंद्र मोदी ने कुछ समय पहले ही तीनों कृषि कानूनों को एक संबोधन में वापस लेने की बात कही थी| संबोधन में उन्होंने कहा था कि हम कहीं ना कहीं कुछ किसानों को कृषि कानूनों के महत्व को नहीं समझा पाए|