राज्य में सख्ती की सिफारिश करते हुए बॉर्डर पर बाहर से आने वालों की अनिवार्य जांच और शादी-समारोहों में लोगों की संख्या सीमित करने का सुझाव दिया गया है|
अभी कोरोनावायरस की दूसरी लहर पूरी तरह से समाप्त भी नहीं हुई, उससे पहले ही कोरोना के नए वेरिएंट ने दुनिया भर में दहशत फैला दी है| जिस कारण दुनिया का हर देश इससे पहले ही सतर्कता बरत रहा है| कोरोना के नई वैरीएंट के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने भी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं|
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण को कम करने के लिए एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया गया है| कमेटी द्वारा वायरल के नए स्वरूप को फैलने से रोकने के लिए जल्द ही कड़े कदम उठाने को कहा गया है| शनिवार को देर शाम कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को लेकर एक बैठक की गई जिसमें कई स्वास्थ्य विशेषज्ञ मौजूद थे| इनका कहना था कोरोना के नए वेरिएंट को राज्य में फैलने से पहले ही कड़े कदम उठाने चाहिए| विदेशों से आने वाले हर व्यक्ति की जांच अनिवार्य करनी चाहिए तथा उन्हें कुछ दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन भी करना चाहिए| कमेटी की यह रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी गई है| अब जल्द ही इस पर सरकार की ओर से फैसला लिया जाएगा| हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से उत्तराखंड लौटे 10 लोगों में से उधम सिंह नगर जिले के छह लोगों की पहचान की गई है| इसके बाद उनका कोरोना टेस्ट कराया गया हालांकि उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई| रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी एक ही परिवार के 6 लोगों को होम आइसोलेशन में रहने के निर्देश दिए गए| कुछ दिनों तक इनको होम आइसोलेशन में ही रहना होगा अगर इन लोगों में कोई भी लक्षण दिखाई देता है तो इनकी फिर से जांच कराई जाएगी|
स्वास्थ्य महानिदेशक ने बताया कि बाहर से आने वाले सभी व्यक्तियों की जांच को अनिवार्य किया गया है| क्योंकि हमने शुरू में ही सावधानी नहीं बरती तो आने वाले वक्त में और भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि कोरोना की दूसरी लहर अभी भी चल रही है और तीसरी लहर आने की संभावना बनी हुई है| साथ ही कोरोना नियमों का भी अनिवार्य रुप से पालन किया जाना चाहिए तभी हम कोरोना की तीसरी लहर को आने से रोक सकते हैं| कोरोना के नए वेरिएंट के तेजी से फैलने के कारण सभी को सावधानी बरतनी चाहिए|