उत्तराखंड राज्य में इस दौरान मौसम काफी खराब चल रहा है और आकाशीय बिजली गिरने से बहुत नुकसान भी हुआ है। बता दें कि बागेश्वर में आकाशीय बिजली गिरने से 13 मवेशी मर चुके हैं और मवेशियों को चराने के लिए जंगल गए चरवाहे इस घटना में बाल-बाल बचे। उन्होंने पशुपालकों को आपदा के तहत मुआवजा देने की मांग की है। बता दें कि बीते गुरुवार को दोपहर बाद अचानक से मौसम बदला और तेज हवाएं चलने लगी इसी दौरान लेटी गांव के कंपाट नंबर सात में मंदिर के पास गाय, बैल ,बकरी घास चर रहे थे तथा तभी विशालकाय चीड़ के पेड़ पर आकाशीय बिजली गिर गई जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। हवाओं से बचने के लिए चरवाहे मंदिर की धर्मशाला में चले गए जिससे वह बच गए मगर घास चर रहे मवेशियों की मौत हो गई। इस दौरान कुल मिलाकर 13 पशुओ की मौत हुई है तथा पूर्व ग्राम प्रधान गोविंद सिंह ने आपदा मद से मुआवजे की मांग की है तथा जिला आपदाधिकारी शिखा सुयाल ने कहा कि पशु चिकित्सक और राजस्व पुलिस इस घटना की जांच करेगी।
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