इसरो -: अपने सबसे छोटे व्यावसायिक रॉकेट का सफल परीक्षण, प्रमुख ने कहा – यह गर्व का क्षण

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने सबसे छोटे व्यावसायिक रॉकेट एसएसएलवी- डी2 से तीन उपग्रहों को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया है|


बताते चलें कि शुक्रवार को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में सुबह 9:18 बजे प्रक्षेपण किया गया| बीते साल अगस्त में इस रॉकेट की पहली उड़ान असफल हो गई थी| इसमें इसरो का पृथ्वी अवलोकन उपग्रह ईओएस-07 शामिल था| साथ ही चेन्नई के स्पेस स्टार्टअप स्पेसकिड्ज का उपग्रह आजादीसैट-2 और अमेरिकी कंपनी अंतारिक का उपग्रह जानुस-1 शामिल था| बाद में इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा कि एसएसएलवी ने अपनी दूसरी उड़ान में 3 उपग्रहों को सही ढंग से लक्षित कक्ष में पहुंचाया है, जो गर्व का क्षण है|


इसरो की इस उपलब्धि के बाद केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा, हमारे वैज्ञानिकों को सलाम, यह अंतरिक्ष कार्यक्रमों में भारत की आत्मनिर्भरता का मार्ग प्रशस्त करता है| भारत ने अपने अमृत काल के आगमन पर इतिहास रचा है| यह लॉन्च लो अर्थ आर्बिट में 500 किलोग्राम तक की वस्तुओं को भेजने की क्षमता प्रदान करता है|


इसके अलावा बता दें कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन 2023 में गगनयान समेत कई मिशन शुरू करेगा, इसकी पुष्टि इसरो प्रमुख ने की है|