उत्तराखंड राज्य में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत मुफ्त में बांटे जाने वाले गेहूं, चावल का लाभांश तय नहीं हुआ है जिसके कारण राशन विक्रेता काफी नाराज हैं और इसी के चलते वह 7 फरवरी से 3 दिन की हड़ताल करेंगे और इन 3 दिनों तक राशन विक्रेता ना ही गोदामों से राशन उठाएंगे और ना ही उसे वितरित करेंगे और इस दौरान 3 दिन तक मुफ्त में मिलने वाले गेहूं, चावल का लाभ उपभोक्ता नहीं उठा पाएंगे। इसके अलावा 3 दिनों तक राशन विक्रेताओं द्वारा उनके लैपटॉप और पोस मशीनों को भी बंद रखा जाएगा। ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन के आवाहन पर विक्रेता पूरे 3 दिन तक हड़ताल करेंगे और राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश पर उत्तराखंड के राशन विक्रेताओं ने भी हड़ताल की तैयारी शुरू कर दी है। मीडिया से बातचीत करते हुए बीते रविवार को फेडरेशन के राष्ट्रीय सहायक सचिव और उत्तराखंड के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रेवाधर बृजवासी ने बताया कि 1 जनवरी 2023 से 1 साल के लिए सरकार ने एनएफएसए के तहत सभी लाभार्थियों को मुफ्त राशन देने का निर्णय लिया है लेकिन इस राशन वितरण के लिए विक्रेताओं का कोई भी लाभांश तय नहीं किया गया है जिसे लेकर विक्रेता आगामी 7 फरवरी से हड़ताल पर रहेंगे।
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