गेहूं और आटे के मूल्यों में हो रही वृद्धि को रोकने के लिए सरकार जल्द उठाएगी कदम…… तलाशे जा रहे हैं विकल्प

नई दिल्ली। देश में लगातार गेहूं और आटे के खुदरा मूल्य में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। बीते गुरुवार को खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा का कहना था कि देश में गेहूं और आटे के खुदरा मूल्य में वृद्धि हो रही है जिसे नियंत्रित करने के लिए सरकार द्वारा जल्द ही कदम उठाए जाएंगे। उनका कहना था कि सरकार द्वारा लगातार गेहूं और आटे के मूल्यों पर निगरानी रखी जा रही हैं और मूल्य में कमी के लिए विकल्प भी तलाशे जा रहे हैं। गेहूं के आटे के मूल्य ₹38 प्रति किलो पहुंचने पर मूल्य में काबू पाने के सवाल पर संजीव चोपड़ा का कहना है कि इनका मूल्य काफी तेजी से बढ़ रहा है और इस मामले से हम वाकिफ है तथा जल्द ही इस संबंध में कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि घरेलू उत्पादन और मांग की समीक्षा के बाद चीनी निर्यात कोटा बढ़ाने पर फैसला अगले महीने लिया जा सकता है। भारत में पिछले साल 110 लाख टन चीनी निर्यात की थी और चालू सीजन में अभी तक 6000000 टन चीनी निर्यात करने का कोटा ताई कर रखा है। मिलो ने चालू सीजन में 5500000 टन चीनी निर्यात के सारे सौदे पक्के कर लिए है। जिसमें से 1800000 टन चीनी का अब तक निर्यात हो चुका है खाद्य सचिव का कहना है कि एफसीआई के गोदामों में गेहूं और चावल का पर्याप्त स्टॉक है और घरेलू उत्पादन तथा एफसीआई की खरीदारी में कमी के कारण सरकार ने पिछले वर्ष मई में गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। वहीं दूसरी तरफ देश में लगातार बढ़ रहे गेहूं और आटे के मूल्यों को नियंत्रित करने के लिए सरकार जल्द ही कदम उठाएगी।