नई दिल्ली:- “वायस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट” की अगुवाई करने का भारत ने ठोका दम…….. 120 देशों को भेजा आमंत्रण

नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी कूटनीति के लिए बेहद ही प्रसिद्ध है और दुनिया के गरीब तथा विकासशील देशों जिसे कूटनीतिक भाषा में ग्लोबल साउथ कहते हैं उसकी अगुवाई करने के लिए एक बार फिर से भारत ने तैयारी कर ली है। भारत सरकार ने 12 और 13 जनवरी को इन देशों की एक विशेष वर्चुअल सम्मेलन “वायस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट” का आयोजन करने की तैयारी की है जिसमें 120 देशों को शामिल होने के लिए आमंत्रण पत्र भेजा गया है। बता दें कि यह सत्र 2 दिन तक चलने वाला है और इन दोनों में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अध्यक्षता करेंगे और वहीं दूसरी तरफ दो सत्रों की अगुवाई विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा की जाएगी। इस बैठक में शामिल होने के लिए 120 देशों को आमंत्रण भेजा गया है लेकिन कौन- कौन देश इसमें हिस्सा लेंगे अभी अंतिम रूप से घोषणा नहीं हुई है तथा पाकिस्तान और चीन, यूक्रेन जैसे देश में हिस्सा लेंगे या नहीं इसको लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है। सम्मेलन का उद्घाटन और समापन सत्र का आयोजन पीएम मोदी की अगुवाई में होगा और इसमें 8 सत्रों का आयोजन मंत्री स्तरीय होगा। सत्र की अगुवाई विदेश मंत्री जयशंकर द्वारा भी की जाएगी। विदेश मंत्री जयशंकर की अध्यक्षता में दूसरे सत्र का आयोजन होगा जिसमें जी-20 के एजेंडे पर बात होगी और वहीं दूसरी तरफ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अगुवाई में वित्त मंत्रियों की बैठक होगी इसमें विकास परियोजनाओं के लिए वित्त पोषण और बढ़ते कर्ज की समस्याओं से लड़ने की तरकीब पर बात की जाएगी।