
देहरादून| अब डिजिटल हेल्थ आईडी से एक क्लिक पर मेडिकल हिस्ट्री मिल जाएगी| आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट बनाने से किसी भी व्यक्ति के लिए स्वास्थ्य दस्तावेज संभाल कर रखने का झंझट नहीं रहेगा|
कई बार हमारे स्वास्थ्य संबंधी जरूरी दस्तावेज गुम हो जाते हैं| जिस कारण अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है| लेकिन अब आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत प्रत्येक नागरिक का आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा) बनाया जाएगा| जिससे स्वास्थ्य दस्तावेज संभालने की झंझट खत्म हो जाएगी|
बताते चलें कि अब तक उत्तराखंड में 28 लाख लोगों ने डिजिटल हेल्थ आईडी बना ली है| आईडी बनने के बाद अब उन्हें स्वास्थ्य संबंधी जांच रिपोर्ट और डॉक्टर के परामर्श की पर्ची संभाल कर रखने की जरूरत नहीं है| वह देश के किसी भी अस्पताल में इलाज करने पर डिजिटल हेल्थ आईडी से मेडिकल हिस्ट्री निकाल सकते हैं| जिससे इलाज वाले डॉक्टर को पुरानी मेडिकल रिपोर्ट देखकर बीमारी को समझने में आसानी होगी|
बता दें कि डिजिटल हेल्थ आईडी पर अस्पताल व डॉक्टर खुद ही मरीज के इलाज से संबंधित दस्तावेज अपलोड करेगी| आईडी में व्यक्ति अपने स्तर पर कोई भी जांच रिपोर्ट या डॉक्टर के परामर्श की पर्ची अपलोड नहीं करेगा| सरकारी, निजी अस्पतालों के साथ डॉक्टरों, हेल्थ केयर प्रोफेशनल, हेल्थ फैसिलिटी पंजीकरण को भी अपनी आईडी बनानी होगी|
स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा ‘प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को डिजिटल हेल्थ आईडी बनानी होगी| इसके लिए जल्द ही जिला स्तर पर शिविर लगाकर भी निशुल्क डिजिटल हेल्थ आईडी बनाई जाएगी| आशाओं व हेल्थ वर्करों के माध्यम से लोगों को डिजिटल हेल्थ आईडी बनाने के लिए जागरूक किया जाएगा|’
